नारी क्या है?
नारी की हस्ती क्या है?
हमारे इस महान भारत में,
नारी का वुजूद ही क्या है?
नारी वह कठपुतली है,
आदमी के हाथ में
जिसकी डोर है I
कहने को औरत
जगत-जननी है,
फिर भी उसका मूल्य क्या है?
बचपन में पिता के,
जवानी में भाई के
संरक्षण में पलती है,
शादी के बाद पति की बंदिनी,
वृधावस्था में पुत्रों की दासी है I
मरने पर, कफ़न के रूप में,
चूनर प्राप्त करके धन्य हो जाती है I
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